एक बार तीन दोस्त जंगले में जा रहे थे तो उनको जंगली लोगों ने पकड़ लिया
पकड़ के वो उनको अपने सरदार के पास ले गए .
सरदार ने उनको कहा : “जाके जंगले से कोई भी फल (Fruit) लेके आओ ”
पहला दोस्त एक सेव ले के आया . सरदार ने उससे कहा : “इसको अपनी गांड में घुसो , कोई भी आवाज निकाली तो मारे जाओगे .”
उसने जैसी ही सेव गांड में गुसाया तो दर्द के मारे चीख निकल गयी और सरदार ने उसको मार दिया
दूसरा दोस्त एक अंगूर ले के आया था सरदार ने उसको भी मार दिया .
स्वर्ग मी पहला दोस्त दुसरे से पुचता है : “यार , तू तो इतना छोटा फल लेके आया था तो फिर चिल्लाया क्यों ?”
दोस्त ने जवाब दिया : “अरे में चिलाया नहीं था , वो अपना तीसरा दोस्त तरबूज लेके आ रहा था तो मैं अपनी हसी नहीं रोक पाया “
पकड़ के वो उनको अपने सरदार के पास ले गए .
सरदार ने उनको कहा : “जाके जंगले से कोई भी फल (Fruit) लेके आओ ”
पहला दोस्त एक सेव ले के आया . सरदार ने उससे कहा : “इसको अपनी गांड में घुसो , कोई भी आवाज निकाली तो मारे जाओगे .”
उसने जैसी ही सेव गांड में गुसाया तो दर्द के मारे चीख निकल गयी और सरदार ने उसको मार दिया
दूसरा दोस्त एक अंगूर ले के आया था सरदार ने उसको भी मार दिया .
स्वर्ग मी पहला दोस्त दुसरे से पुचता है : “यार , तू तो इतना छोटा फल लेके आया था तो फिर चिल्लाया क्यों ?”
दोस्त ने जवाब दिया : “अरे में चिलाया नहीं था , वो अपना तीसरा दोस्त तरबूज लेके आ रहा था तो मैं अपनी हसी नहीं रोक पाया “
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.