एक आदमी जिसका नाम हरिया था उसके बच्चे नहीं हो रहे थे. वो अपने गाँव के सरपंच के पास जाता है और अपनी समस्या बता देता है. सरपंच उसको सेक्स करने का सही तरीका समझा देता है और वो अपने घर चला जाता है. कुछ दिन बाद फिर से वापस आता है और बोलता है " सरपंच जी मुझे ऐसे समझ में नहीं आ रहा है आप मेरे घर चल कर समझा दीजिये "
सरपंच " मैं तुम्हारे घर चल कर कैसे समझाऊँगा ??? "
हरिया " आप मेरे घर में एक परदे के पीछे खड़े हो जाना और मुझे करते हुए देख कर मुझे बताना "
सरपंच इस बात के लिए तैयार हो जाता है और रात को हरिया के घर पर परदे के पीछे छिप कर खड़ा हो जाता है. हरिया अपनी बीवी के साथ सेक्स करना चालू करता है पर सरपंच ने देखा कि हरिया तो एकदम ही अनाडी है तो वो गुस्से से परदे के पीछे से बाहर आ गया और हरिया से गुस्से में बोला " तुम्हारे बस का कुछ नहीं है. चलो मैं तुम्हारी बीवी के साथ सेक्स करता हूँ और तुम यहाँ लालटेन लेकर खड़े हो जाओ और यही पर खड़े होकर देखो कि मैं कैसे तुम्हारी बीवी के साथ सेक्स करता हूँ "
हरिया " ठीक है सरपंच जी मैं लालटेन लेकर खड़ा हो कर देखता हूँ और आप मेरी बीवी के साथ सेक्स कर के बताइए "
सरपंच ने हरिया की बीवी के साथ खूब मजे लेकर सेक्स किया और हरिया की बीवी को भी बहुत ही मजा आया. सेक्स होने के बाद सरपंच जी बोले " अब मैं चलता हूँ और जैसे मैंने किया वैसे ही तुम भी करना "
हरिया की बीवी बोली " सरपंच जी इनको इतनी जल्दी समझ में नहीं आएगा आप कम से कम एक हफ्ते तक लगातार इसको समझाओ तब जाकर इसको समझ में आएगा "
सरपंच जी पूरे एक हफ्ते तक रोज रात को हरिया के घर पर आये और उसकी बीवी को हरिया के सामने ही चोदा और हरिया लालटेन लेकर पास खड़ा सब कुछ देखता रहता था.
करीब चार पांच साल बाद हरिया के घर के बाहर से सरपंच जी का गुजरना हुआ तो उन्होंने देखा कि हरिया अपने घर के बाहर ही बैठा था.
सरपंच " और भाई हरिया कितने बच्चे हैं तेरे पास ?? "
हरिया " जी ऊपर वाले की कृपा से पांच बच्चे हैं सरकार "
सरपंच " इसका मतलब है कि आख़िरकार तुमने भी सेक्स करना सीख ही लिया ?? "
हरिया " सरपंच जी वो कौन सा मुश्किल काम था जो ना सीख पाता ?? सिर्फ लालटेन लेकर ही तो खड़ा होना था. "
Tuesday, 22 May 2012
लालटेन लेकर ही तो खड़ा होना था.
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