मनोहरलाल (मंत्री धूर्तप्रसाद के गार्ड से) - मुझे अंदर जाने दो।

गार्ड - अंदर जाने की किसी को भी इजाज़त नहीं है।

मनोहरलाल - जानते नहीं? मैं मंत्री धूर्तप्रसाद के कितने करीब का आदमी हूँ?

गार्ड - सर, वैसे तो झांटें भी लंड के करीब होती हैं, लेकिन उन्हें चूत में जाने की परमिशन नहीं होती।