Wednesday 16 May 2012

शेर शेरनी और बन्दर

शेर और शेरनी शिकार खाने के बाद सुस्ता रहे थे ,तभी एक बन्दर आकार उन्हें तंग करने लगा
शेरनी ने शेर से कहा - आप कुछ करते क्यों नहीं , वह बन्दर हमें बड़ी देर से तंग कर रहा है
पर शेर ने कोई जवाब नहीं दिया और आराम से सोने की कोशिश करने लगा ,बन्दर परेशान करता रहा
अंत में शेरनी को गुस्सा आ गया ,शेर से कहा -आप को तो बस खाना और सोना आता है मैं जाके उससे निपटती हूँ
शेरनी उस बदमाश बन्दर को खदेड़ते हुवे काफी दूर ले गयी ,आगे दो पेड बिलकुल सटे हुवे थे जिसमे से बन्दर दुबला होने की वजह से आराम से निकल गया पर
शेरनी उसमे फंस गयी ,उसका सर उसमे फंस गया .अब न तो तो वह आगे जा सकती थी न निकल सकती था
यह देख कर बन्दर आराम से उसके पीछे उसके गया ,और शेरनी की जम कर गांड मारी .गांड मार के बुरा हाल कर दिया और भाग गया
शेरनी बड़ी मुश्किल से वहाँ निकली और लंगडाती हुयी शेर के पास गयी तो शेर ने मूस्कुराते हुए कहा - मैंने कहा था न उसके पीछे मत जाओ .गांड मरवा के आ गयी न !
वह बन्दर इसी तरह फंसा के मेरी एक बार गांड मारा था

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