एक बुड्ढा और बुढ़िया एक टी वी प्रोग्राम देख रहे थे जिसमें एक संत कह रहे थे कि अपना एक हाथ टी वी की स्क्रीन पर रखें और दूसरा हाथ अपने उस अंग पर रखें जहाँ पर तकलीफ है, इससे काफी आराम आएगा. बुढ़िया ने अपना एक हाथ टी वी की स्क्रीन पर रखा और दूसरा अपनी कुहनी पर रखा.
बुड्ढा " क्या हुआ कोहनी का दर्द ठीक हुआ ?? "
बुढ़िया " हाँ काफी आराम है "
( उसके बाद बुढ़िया ने अपना एक हाथ टी वी की स्क्रीन पर रखा और दूसरा हाथ अपने घुटने पर रखा )
बुड्ढा " क्या हुआ घुटने का दर्द ठीक हुआ ? "
बुढ़िया " हाँ काफी आराम है "
बुड्ढा " ठीक है तो मैं भी अपने लंड को ठीक करता हूँ "
बुढ़िया " रहने दो कोई फायदा नहीं है "
बुड्ढा " क्यों ?? ऐसी क्या बात है ?? "
बुढ़िया " इस संत में तकलीफ दूर करने की ही ताकत है, मुर्दों को जिन्दा करने की नहीं "
Sunday, 3 June 2012
मुर्दों को जिन्दा करने की नहीं
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