एक विवाहित व्यक्ति अपने पाप स्वीकार करने गया और उसने पादरी से कहा ‚"मेरा एक औरत से संबंध हुआ था ‚ लगभग"।
पादरी ने कहा ‚" ‘लगभग' से तुम्हारा क्या मतलब है?"
आदमी ने कहा ‚"असल में हमने कपड़े उतार दिए थे और एक दूसरे को सहलाया भी। मगर उसके बाद मैं रूक गया।"
पादरी ने जवाब दिया ‚"एक दूसरे को सहलाना भी अंदर डालने के बराबर ही है। अब तुम उस औरत के पास मत जाना। अब पांच बार मरियम की प्रार्थना करो और 50 रू . दान पेटी में डालो।"
आदमी वहां से हटा और जाकर प्रार्थना की फिर वो दान पेटी के पास पहुंचा। वह कुछ पल रूका और जाने लगा। पादरी जो सब कुछ देख रहा था ‚ तुरंत उसके पास दौड़ कर आया और बोला‚ "मैं देख रहा था। तुमने कोई पैसे पेटी में नहीं डाले हैं!"
उस व्यक्ति ने जवाब दिया ‚"असल में फादर मैंने नोट को पेटी पर सहलाया था और आपने कहा था न कि सहलाना भी अंदर डालने के बराबर ही है।"
पादरी ने कहा ‚" ‘लगभग' से तुम्हारा क्या मतलब है?"
आदमी ने कहा ‚"असल में हमने कपड़े उतार दिए थे और एक दूसरे को सहलाया भी। मगर उसके बाद मैं रूक गया।"
पादरी ने जवाब दिया ‚"एक दूसरे को सहलाना भी अंदर डालने के बराबर ही है। अब तुम उस औरत के पास मत जाना। अब पांच बार मरियम की प्रार्थना करो और 50 रू . दान पेटी में डालो।"
आदमी वहां से हटा और जाकर प्रार्थना की फिर वो दान पेटी के पास पहुंचा। वह कुछ पल रूका और जाने लगा। पादरी जो सब कुछ देख रहा था ‚ तुरंत उसके पास दौड़ कर आया और बोला‚ "मैं देख रहा था। तुमने कोई पैसे पेटी में नहीं डाले हैं!"
उस व्यक्ति ने जवाब दिया ‚"असल में फादर मैंने नोट को पेटी पर सहलाया था और आपने कहा था न कि सहलाना भी अंदर डालने के बराबर ही है।"
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