Monday, 25 June 2012

झाटों से रोका

आओ बच्चो तुम्हे दिखाए लड़की १८ साल की,
मोटे मोटे बूब्स इसके चूत बड़ी कमाल की !

चुदाई वाला बाग़ ये देखो जहाँ खडी थी छोरीया,
चोदने वाले चोद रहे थे बिछा बिछा के बोरियां !!

ये मत पूछो किसने खेली वह चूत से होलियाँ,
लौड़े तो सीधे खड़े थे लटक रही थी गोलियां !


चुदाई की उस लड़ाई में भी वहां दोराहा था,
एक हाथ में तेल की बोतल एक हाथ में लौड़ा था !!

वहां जाकर मैंने देखा खून से लथपथ बोरियां,
चोदने वाले भाग रहे थे बेहोश पड़ी थी छोरियां !

कमाल की इस चूत को देखो जिसको कितना ठोका था,
लौड़ो की चोटों को इसने तो झाटों से रोका था !

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.